एक सपना।
![](https://static.wixstatic.com/media/8097f3_668bb02a0cce46fe87226f47cd427528~mv2.jpg/v1/fill/w_147,h_33,al_c,q_80,usm_0.66_1.00_0.01,blur_2,enc_auto/8097f3_668bb02a0cce46fe87226f47cd427528~mv2.jpg)
एक सपना जो हमने देखा था,
नहीं - नहीं , जो मैंने देखा था,
अब ठीक ?
क्या उसे अब जाने देना चाहिए ?
जो भी था, थोड़ा ही सही अच्छा तो था |
तो जाने दूँ क्या ?
वो बिता हुआ कल, जो बीतता ही नहीं है,
किसी न किसी बहाने, सामने आ जाता है,
मुझ पर व्यंग करता है।
हाँ , सच !
मैं नहीं बुनती हूँ अब,
तुम्हारे ख्वाबों की मख़मली चादर।
फिर भी, तुम चले आते हो,
किसी गली, किसी मोड़ से मुड़कर,
अचानक ही, आदतन।
लेखिका
![](https://static.wixstatic.com/media/8097f3_f83ca87bcbb247789b089661f33d2eb4~mv2.jpg/v1/fill/w_136,h_156,al_c,q_80,usm_0.66_1.00_0.01,blur_2,enc_auto/8097f3_f83ca87bcbb247789b089661f33d2eb4~mv2.jpg)
Buy Redmi Note 10s