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Saurabh Chandra
Mar 28, 20231 min read
सफरनामा | Safarnama
Safarnama is a poem about traveling. Also, cover the entrainment and consequences.
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Divya Prakash Tiwari
Sep 9, 20226 min read
कहानी स्नेहलता और सत्यम की
कहानी स्नेहलता और सत्यम की स्नेहलता एक छोटे से परिवार की गोल मटोल एक ऐसी बच्ची थी जो आस पास रहने वाले सभी की चहेती थी, जहां पिता एक...
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Avik
Jul 21, 20221 min read
पल में यूँ है !!!!
पल में यूँ है !! कुछ एक पल में यूँ ही सो गया, कहीं मेरा कुछ खो सा गया, सब है लेकिन एक एहसास बाकी है, कोरा है मन लेकिन जज़्बात बाकी है।...
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Sanjay
Jul 7, 20221 min read
चलना ही तो जीवन है , रुकना मौत समान है।
चलना ही तो जीवन है , रुकना मौत समान है। जीवन का छण छण बीत रहा, हर छण में तु कुछ सीख रहा, पुष्प रुपी जीवन को अपने, आँसुओं से तु सींच रहा,...
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अंजान (कृष्ण कांत त्रिपाठी)
Jun 16, 20225 min read
**अवसाद अकेलेपन का साथी**
अवसाद अकेलेपन का साथी बहुत पहले पढ़ा था कि "यदि कोई शख़्स बहुत ज्यादा हंसता है तो वह अंदर से बहुत दुःखी है। "मैं उस वक़्त इस बात को यूं...
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Chetan
Dec 19, 20211 min read
तेरे बिन | Tere Bin
तेरे बिन ये दर्द जो सीने में बैठ गया है, ये दिल जो बस तुम्हारे नाम भर से एक बार को धड़कना बंद कर देता है | ये आंखें जो आज भी इस काबिल...
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Chetan
Sep 8, 20211 min read
किसी की राह में | Kise Ke Raah Mein
किसी की राह में किसी की राह में हूं, किसी की मंज़िल पे असर कर रहा हूं।। या मैं यूं ही बीता लम्हा हूं, जो किसी के वक़्त में बस बसर कर रहा...
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Vishakha
Jul 30, 20211 min read
बहुत ज़रूरी है | Bahut Zaruri Hai
बहुत ज़रूरी है- बहुत ज़रूरी है बाहर निकलना उस कैद से, जिसमे खुद ने खुद को बाँध रखा हो | एक उम्मीद, जो नाजायज़ है। उस उम्मीद में खुद को यूँ...
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Anukriti
Jul 6, 20211 min read
पिता | Father
पिता बड़े चाव से हमको झूला झूलाते, जो हम रूठ जाते वो हमको मनाते, वो पैसे कमा कर के बाज़ार जाते, दुकानें खिलौनो की जैसे वो लाते, हाँ हैं...
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